बाल विवाह देश और समाज के विकास में बाधक


(अशोक कुमार सिंह)करमा- सोनभद्र! बाल विवाह एक सामाजिक कलंक है, जिसे हर स्तर पर बन्द किये जाने का प्रयास होना चाहिए , थाना क्षेत्र के भरकवाह स्थित पगिया तिराहे पर स्थापित माँ दुर्गा के पंडाल के समक्ष बाबा बिहारी इंटर कॉलेज भरकवाह की छात्राओं ने शनिवार को देर रात बाल विवाह पर आधारित नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया, करमा पुलिस के आयोजन में प्रस्तुत नाटक में बाल विवाह के चलते एक अबोध मासूम लड़की का जीवन बर्बाद हो जाता है, कार्य क्रम का संचालन कर रहीं थाने की महिला आरक्षी रेखा यादव ने कहा कि लड़कियों को भरपूर शिक्षा दी जानी चाहिए, इसके बाद कम से कम अट्ठारह साल के बाद ही विवाह के बारे में माँ बाप को सोचना चाहिए, लड़कियों के बेहतर भविष्य के लिए सरकार द्वारा अनेकों योजनाएँ चलायी जा रहीं हैं, अंत में छात्राओं को पुरस्कृत किया गया, इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका पूनम मौर्या, रिया शुक्ला के आलावा उप निरीक्षक मनोज तिवारी, मुरलीधर राय, बी एन यादव, मुकेश कुमार मौर्य, गोपाल सिंह वैद्य, सुरेन्द्र पटेल, मृदुल कुमार मौर्य, अशोक कुमार पटेल सहित सैकड़ों दर्शनार्थी उपस्थित रहे!

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