ट्रेन पलटाने की साजिश नाकाम, मुठभेड़ में चार आरोपी गिरफ्तार

सोनभद्र : के चोपन-चुनार रेलमार्ग पर स्थित खैराही रेलवे स्टेशन के पास ट्रेनों को पलटाने की बड़ी साजिश रची जा रही थी, जिसे आरपीएफ और सदर कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने नाकाम कर दिया। सोमवार की भोर हुई मुठभेड़ में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित अन्य धाराएं लगाई गई हैं। देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।

चोपन-चुनार रेलखंड के खैराही रेलवे स्टेशन से कुछ दूर सात जुलाई को शातिर बदमाशों ने ट्रेनों को पलटाने की साजिश रची थी। जहां बदमाशों ने रेल की पटरियों को कसने के लिए प्रयुक्त होने वाले 390 पेंड्राल क्लिप को निकाल लिया। इस क्लिप के हटने से पटरियों के खिसक जाने के कारण बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता था। अराजक तत्वों की इस रेलगाड़ी को पलटने की साजिश का खुलाशा होने से पहले इस पर से कई ट्रेनें गुजर चुकी थी। संयोग रहा कि समय रहते मामले की जानकारी रेलवे को हो गई। जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस मामले के सामने आने के बाद एसपी डॉ.यशवीर सिंह ने सीओ सदर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। इस बीच पुलिस, एसओजी, आरपीएफ पुलिस अभियुक्तों की तलाश कर रही थी। इस दौरान कठपुरवां नहर के पास सोमवार की भोर में संयुक्त टीम की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गई। जहां चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से दस बोरियों में रखा 390 पेन्ड्राल क्लिप, एक तमंचा, कारतूस और घटना में प्रयुक्त टेपों को बरामद किया गया है।
सदर कोतवाल मनोज सिंह ने बताया कि समाज और देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त अभियुक्तों की ओर से ट्रेन को पलटाकर बड़ी जनहानि की साजिश रची गई थी। जिसे समय रहते नाकाम किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में तीन मिर्जापुर और एक वाराणसी के है। जिसमें अहरौरा निवासी मनीष ऊर्फ भानू, प्रमोद कुमार राजेंद्र गुप्ता और वाराणसी निवासी रतन सोनकर शामिल हैं। सभी पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय भेज दिया गया।

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