
पोषाहार वितरण के पश्चात पोषण टैकर ऐप पर डाटा फीडिंग की प्रगति धीमी पाये जाने पर जिलाधिकारी ने समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के दिये निर्देश
जिलाधिकारी ने बैठक में अनुपस्थित रहने पर खण्ड विकास अधिकारी नगवां व चोपन को स्पष्टीकरण जारी करने के दिये गये निर्देश
बी0एच0एन0डी0 की बैठक रोस्टर सेशन के अनुसार न होने पर व पोषण अभियान के तहत किये जा रहे कार्यों की मानीटरिंग बेहतर ढंग से न किये जाने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश
सोनभद्र : जिलाधिकारी श्री चन्द्र विजय सिंह ने शुक्रवार की सायं को कलेक्ट्रेट सभागार में ‘‘पोषण अभियान‘‘ की जनपद स्तरीय पोषण कन्वर्जेन्स सम्बन्धी बैठक की, बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि जिले के विकास व स्वस्थ्य समाज के लिए बच्चों का स्वस्थ्य होना जरूरी है, कुपोषण मुक्त गांव की संकल्पना के साथ ही अधिकारियों को गांव के हिसाब से कार्य आवंटित किये गये हैं, उन्हेंने कहा कि गांवों को शत-प्रतिशत कुपोषण मुक्त बनाये जाने हेतु प्रभावी कदम उठायें जाये, इस दौरान जिलाधिकारी ने 0-3 माह व 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों के पोषण टैकर ऐप पर बच्चों के वजन की फीडिंग की प्रगति की समीक्षा की, तो यह पाया गया कि 0-6 माह तक के बच्चों का वजन 83.69 प्रतिशत है, जबकि 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चों की वजन 93.86 पोषण टैकर ऐप किया गया था, पोषण टैकर ऐप पर फीडिंग में अन्तर पाये जाने पर जिलाधिकारी ने समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दियें और कहा कि पोषाहार वितरण के बाद पोषण टैकर ऐप पर फीडिंग के कार्य में तेजी लायी जाये। इसी प्रकार से जिलाधिकारी ने बी0एच0एन0डी0 की बैठक रोस्टर सेशन के अनुसार न होने पर व पोषण अभियान के तहत किये जा रहे कार्यों की मानीटरिंग बेहतर ढंग से न किये जाने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में खण्ड विकास अधिकारी नगवां व चोपन अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिये और जिलाधिकारी ने कहा कि सभी खण्ड विकास अधिकारी अपनी विकास खण्ड क्षेत्रों में बी0एच0एन0डी0 की बैठक रोस्टर सेशन कराने की कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे और बेहतर ढंग से मानीटरिंग भी करेंगे। इस दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण अभियान के तहत कराये जा रहे कार्योंं की बेहतर ढंग से मानीटरिंग करना सुनिश्चित करें, जिन बाल विकास परियोजना अधिकारियों द्वारा पोषण अभियान के तहत मानीटरिंग व निरीक्षण के कार्यों में शिथिलता बरती जायेगी, उनकी जिम्मेदारी तय करते हुए उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि सैम-मैम बच्चों समय पोषाहार व दवाएं उपलब्ध करायी जाये और उनके स्वास्थ्य का समय-समय पर परीक्षण भी कराया जाये, जिससे कि वह जल्द से जल्द स्वास्थ्य हो सके सके।