डीएम की नयी पहल, खनन क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण हेतु वाटर स्प्रिंकलर एप्लीकेशन माउन्टेड मशीन वाहन का किया जायेगा प्रयोग, प्रदूषण पर होगा नियंत्रण


खनन क्षेत्रों में प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण हेतु डी0एम0एफ0 फण्ड से वाटर स्प्रिंकलर एप्लीकेशन माउन्टेड मशीन वाहन को फीता काटकर किया गया रवाना

(वकील खान)सोनभद्र : जिलाधिकारी द्वारा एक नयी पहल की गयी, जिससे खनन क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए डी0एम0एफ0 फण्ड से जनपद में वाटर स्प्रिंकलर एप्लीकेशन माउन्टेड मशीन वाहन को आज ‘‘154 वाॅ‘‘ गांधी जयन्ती के अवसर पर कलेक्ट्रेट परिसर में मा0 राज्य मंत्री समाज कल्याण विभाग श्री संजीव कुमार गौंड़, मा0 सांसद श्री पकौड़ी लाल कोल, मा0 विधायक घोरावल डाॅ0 अनिल कुमार मौर्य द्वारा फीता काटकर शुभारंभ किया गया। जिलाधिकारी ने वाटर स्प्रिंकलर एप्लीकेशन माउन्टेड मशीन वाहन की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जनपद में 04 वाटर स्प्रिंकलर एप्लीकेशन माउन्टेड मशीन वाहन का क्रय किया गया है, जो खदानों से होने वाले वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए आवश्यकतानुसार क्षेत्रों में संचालन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि चोपन, ओबरा व डाला परिक्षेत्रों में स्थित खदानों से होने वाले वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए यह कदम उठाया गया, जो खनन क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के लिए एक कारगर योजना है। उन्होंने बताया कि जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित खनन संक्रियाओं एवं क्रशर प्लान्टों से उत्पन्न वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए जिला खनिज फाउण्डेशन न्यास नियमावली-2017 के उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्र संक्रियाओं और भण्डारणों से उत्पन्न वायु एवं धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय के अन्तर्गत आवश्यकता अनुरूप स्वच्छ सोनभद्र, हरा सोनभद्र व स्वच्छ यू0पी0 अभियान के तहत वायु प्रदूषण सुधार के लिए यह पहल की गयी है। उन्होंने बताया कि जनपद में कोयला के 15 क्षेत्र, डोलो स्टोन के 04 क्षेत्र, ग्रेनाईट के 03 क्षेत्र और सैण्ड स्टोन के 10 क्षेत्र हैं, जिसमें विभिन्न संख्या में खनन सक्रिया एवं क्रशर प्लान्ट अवस्थित हैं, इन क्षेत्रों में वायु प्रदूषण अधिक है, जिस पर नियंत्रण के लिए वाटर स्प्रिंकलर एप्लीकेशन माउन्टेड मशीन वाहन का प्रयोग कर प्रदूषण से जिले को मुक्त बनाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

ये भी पढ़िए