
अनपरा : सृष्टि के रचनाकार भगवान विश्वकर्मा की पूजा अनपरा नगर में हर्ष और उल्लास के साथ की गई। पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया। भव्य पंडाल का निर्माण कर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई। उसके बाद पट खुला और विधि-विधान के साथ उनकी पूजा अर्चना की गई। इस दौरान जगह-जगह पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। पूजन को लेकर वाहन मालिकों में उत्साह देखा गया।

सभी अपने-अपने वाहनों को आकर्षक तरीके से सजाया था। दूसरे दिन मूर्ति का विसर्जन किया गया। विसर्जन जुलूस गाजेबाजे के साथ निकाली गई। श्रद्धालु एक दूसरे को अबीर लगाते और नाचते गाते हुए रिहंद जलाशय की ओर रवाना हो गए। विसर्जन जुलूस को लेकर सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया था। सभी संवेदनशील स्थानों पर अनपरा पुलिस चप्पे चप्पे पर मुस्तेद थी। मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा ही सृष्टि के रचनाकार हैं। यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है।