
कई मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन।
सोनभद्र : पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति सोनभद्र के द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय मुख्यमन्त्री महोदय उत्तर प्रदेश को तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र के माध्यम से महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं परियोजना निदेशक लखनऊ उत्तर प्रदेश को ज्ञापन दिया गया। उपस्थित लोगों के मुताबिक उच्च प्राथमिक विद्यालयों मे जहाँ 100 से अधिक बच्चें हैं, अंशकालिक अनुदेशक 2013 से कार्यरत है। यह अनुदेशक पूरी ईमानदारी व लगन से प्रदेश के बच्चों का भविष्य उज्ज्वल करने का कार्य कर रहे हैं , परंतु सरकार द्वारा मात्र 9000 मानदेय दिया जाता है। ये अनुदेशक विषय विशेषज्ञ के रूप मे रखे गये हैं परन्तु मानदेय मनरेगा मजदूर से भी कम मिलता है। उस पर भी अनुदेशकों के घर से विद्यालय की दूरी 40 से 150 किमी एक तरफ़ से पड़ता है। जिलाध्यक्ष संजय कुमार द्वारा बताया गया कि केन्द्र सरकार की नयी शिक्षा नीति में अनुदेशक को नियमित करने का प्राविधान है। इस संदर्भ में अपनी समस्याओं को लेकर अनगिनत बार अधिकारी व सरकार को अवगत कराया गया परंतु अधिकारी या राज्य सरकार द्वारा उस पर ध्यान नहीं दिया गया जिससे अनुदेशक आत्महत्या जैसी कुकृत्य भी करने लगे हैं। इन्ही सब समस्यायों को लेकर धआज प्रदेश स्तर पर ज्ञापन दिया गया। इस दौरान ज्ञापन के माध्यम अनुदेशक टीम के द्वारा अनेक समस्याओं को सरकार के समक्ष रखा गया 1- अनुदेशक को अनुदेशक पद पर ही नियमित किया जाय। 2- अनुदेशकों के लम्बित स्थानान्तरण में नवीन विद्यालय भी जोड़ते हुये अनुदेशकों का स्थानान्तरण ऐच्छिक विद्यालय पर किया जाय। 3- महिला अनुदेशकों को अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण की सुविधा प्रदान की जाय। 4- नियमितिकरण होने तक स्वत: नवीनीकरण का लाभ दिया जाए। इस दौरान बड़ी संख्या लोग उपस्थित होकर ज्ञापन के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट किए।