
(नसीम सिद्दीकी) कोन/सोनभद्र। गैवन्ती देवी इंटरमीडिएट कॉलेज महिउद्दीनपुर कोन द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया तथा शिक्षको के सम्मान में अध्यापकों को अंगवस्त्र, मेडल, व् नगद धनराशि भेट किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मती गैवन्ती देवी (प्रबन्धक जी की माता जी) व विशिष्ट अतिथि श्री सन्तोष कुमार पासवान (प्रबन्धक एवम् ग्राम प्रधान कोन) ने भारतरत्न सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया उसके पश्चात् केक काटा । शिक्षक और शिक्षिकाओं ने श्रद्धासुमन अर्पित कर गुरु गरिमा को नमन किया तत्पश्चात उपस्थित समस्त शिक्षकों को अंगवस्त्र भेट कर सम्मानित किया गया। शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मती गैवन्ती देवी द्वारा अनवरत 18 वर्षों से कार्यरत श्री रविशंकर जी(प्रधानाचार्य), श्री प्रवीण तिवारी जी(उपप्रधानाचार्य), श्री शशिकांत त्रिपाठी जी(प्रवक्ता) मेडल, अंगवस्त्र तथा 5100 रूपये का चेक एवम् लगातार 10 वर्षों या इससे अधिक कार्यरत शिक्षकों जयप्रकाश, जितेंद्र कुमार, पंकज कुमार, परिचालक राजकुमार तथा स्थापित वर्ष 2005 में सेवारत श्रीमती पदमा राज को भी अंगवस्त्र तथा 2500 रुपए का चेक प्रदान कर सम्मानित किया गया तथा शेष शिक्षकों को प्रधानाचार्य रविशंकर जी द्वारा वस्त्र एवं कलम के द्वारा सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में प्रबन्धक संतोष कुमार पासवान ने कहा कि अध्यापक वह दीपक है जो स्वयं जलकर दूसरों के जीवन को रोशन करता है। अध्यापक असल मायनों में राष्ट्र निर्माता है।अध्यापकों को भी अपने दायित्वों को गंभीरता के साथ निभाना चाहिए। शिक्षकों को अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए छात्रों को पूरी मेहनत से पढ़ाना चाहिए। शिक्षक ही विद्यार्थियों का भविष्य संवार सकते हैं।जबकि कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य रविशंकर कनौजिया ने गुरू के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से कहा कि वह अपने गुरुजनों का सम्मान करें तथा कड़ी मेहनत व लग्न कर जीवन में ऊँचाईयों को छूने के लिए प्रेरित किया। विद्यार्थियों को राष्ट्र के नव निर्माण के लिए प्रेरित किया। विद्यालय के उपप्रधानाचार्य प्रवीण तिवारी ने कहा की 5 सितम्बर, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस है, जो महान विद्वान और शिक्षक थे। अपने बाद के जीवन में वह गणतंत्र भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति बने। पूरे देश के विद्यार्थी इस दिन को शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए मनाते हैं। यह सही कहा गया है कि, शिक्षक हमारे समाज की रीढ़ की हड्डी होते हैं। वे विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण करने और उसे भारत के आदर्श नागरिक के आकार में ढालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। संचालन विद्यालय के शिक्षक प्रवीण तिवारी ने किया। इस सम्मान समारोह में मुख्य रूप से विद्यालय के शिक्षक उप प्रधानाचार्य प्रवीण तिवारी, शशिकांत त्रिपाठी, जितेंद्र यादव, जय प्रकाश, पंकज कुमार, अरविंद कुमार, परमेश्वर, विवेक रंजन, आनंद सिंह, नित्यानंद त्रिपाठी, पदमा राज, रीमा देवी, मनीषा देवी, कुमारी पूजा, असीना खातून ,प्रदुम कुमार, दीपू , गीता देवी एवं राजकुमार समेत समस्त छात्र-छात्राए उपस्थित रहे।