
सोनभद्र : के जुगैल व चोपन पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा बीते 20 अक्टूबर को जुगैल थाना क्षेत्र में हुई सुखलाल की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया गया। एडिशनल एसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि भूत प्रेत, जादू टोना को लेकर हत्या की गई थी। जिसमें शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
विपक्षी बिन्दु केवट पुत्र जोखू केवट उम्र लगभग 35 वर्ष, देवान पुत्र जोखू उम्र लगभग 38 वर्ष, जोखू पुत्र स्व0 दिग्पाल उम्र लगभग 55 वर्ष, देवरजवा पत्नी जोखू केवट और पुतरिया पत्नि विन्दु केवट उम्र लगभग 32 वर्ष समस्त निवासीगण ग्राम कुरछा, थाना जुगैल, जनपद सोनभद्र ने मेरे नाम की जमीन को कब्जा करने के लिए अपने हाथों में टांगी, बलुआ व लाठी लेकर मेरे घर आकर मेरे पति सुखलाल केवट उम्र लगभग 62 वर्ष को मारकर गम्भीर रुप घायल कर दिये जिससे अस्पताल मे इलाज के दौरान मेरे पति की मृत्यु हो गयी । उक्त के सम्बन्ध मे थाना जुगैल पर मु0अ0सं0-75/2023 धारा 147, 148, 149, 302 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था। उक्त घटना में संलिप्त अभियुक्तों की शीध्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक सोनभद्र डॉ0 यशवीर सिंह के निर्देशन में, अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय के पर्यवेक्षण में एवं क्षेत्राधिकारी ओबरा के नेतृत्व आज मुखबिर की सूचना पर थाना जुगैल पुलिस द्वारा घटना में संलिप्त तीन नफर अभियुक्तगण जोखू पुत्र स्व0 दिग्पाल निवासी ग्राम कुरछा, थाना जुगैल, जनपद सोनभद्र उम्र लगभग 55 वर्ष, पुतरिया पत्नि विन्दु केवट निवासी ग्राम कुरछा, थाना जुगैल, जनपद सोनभद्र उम्र लगभग 32 वर्ष, और बुद्धन केवट पुत्र गेदालाल निवासी ग्राम कुरछा, थाना जुगैल, जनपद सोनभद्र उम्र लगभग 60 वर्ष को चौरा तिराहा (जुगैल) से गिरफ्तार कर अभियुक्त जोखू के निशांदेही पर आलाकतल टँगारी खूनालूद उसके घर से बरामद कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पूछताछ का विवरण- गिरफ्तार शुदा अभियुक्तगण ने पूछताछ में बताया कि हमारा जमीन का विवाद बँटवारा होकर पहले ही खतम हो चुका है सुखलाल के लोग अपनी जमीन जोतते है और हमारी जमीन को छोड़ दिये है । घटना का मुख्य कारण है कि विन्दु का 04 वर्षीय पुत्र ओमप्रकाश बीमार था झाड़-फूंक इलाज के बाद भी ठीक नही हुआ दिनांक-17.10.2023 को उसकी मृत्यु हो गयी तो दिनांक-20.10.2023 को गांव के ही हमारे रिश्तेदार ओझा बुद्धन ने बताया कि सुखलाल ने अपना भूत दिया है । जिसके कारण बच्चा मर गया, बच्चे की आत्मा की शांति तभी होगी जब सुखलाल की मौत होगी । इसी कारणवश हमलोगो ने सुखलाल पर हमला कर उसे मारा है।